26 जनवरी 2024
देश का दिवाना है दिल का बड़ा सा हिस्सा, वो जीवन ही क्या? जिसमे बन ना पाए देशभक्ति का कोई किस्सा, साल में सिर्फ 2 ही दिन देशभक्ति जगाओ ऐसी भी क्या बात है? अपनी ही भारत माँ से प्रेम के लिए बोलना पड़े स्वार्थ की ये सबसे बड़ी मिसाल है.....। गर्व कहो या घमंड कहो ये देशप्रेम हमारा है, सारे जहाँ से अच्छा हमें अपना भारत प्यारा है, इस धरती की मिट्टी हमको स्वर्ण से भी प्यारी है, अद्वितीय है जो जग में वो संस्कृति हमारी है, पूरी दुनिया ना घूमे हमें उसका कोई मलाल नहीं क्योंकि भारत माँ के चरणों में ही अपनी तो दुनिया सारी है।