मणिकर्णिका
गर्व है उस देश की बेटी होने का जिस देश की रानी तुम हो, अभिमान कहो या कहो सम्मान पर इस मस्तक की शान तुम हो, स्वतंत्रता की आग लगाई वो चिंगारी तुम हो, चिर दिया गुरुर अंग्रेजो का वह धारीदार तलवार तुम हो, स्वाभिमान की सूरत भी हो अभिमान मेरा तुम हो, शरीर नही तो क्या हुआ पर हर नारी की आत्मा में तुम हो, शान हो, सम्मान हो, भारत का वरदान हो दुर्गा भी हो, काली भी, लक्ष्मीबाई तुम हो