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पुरातत्व स्थान

कोई खंडर कहता है,  कोई जानना नही चाहता कहानी,  पर ध्यान रखना हर पुरातत्व स्थान  दर्शाता है अतुल्य भारत  जो है हमारी अनमोल निशानी ।

अंधेरी राह का सुहाना सफर

*अंधेरी राह का सुहाना सफर* अंधेरी राह पर चल रही हमारी कार, बारिश का मौसम है सामने कांच पर  गिर रही  चमकीले मोतियों की बौछार, सुहानी सी हवा है, सोंधी सी खुशबू बिगड़े मन की दवा है, कार के पहिये  कभी धीमे से तो कभी तेजी से घूम रहे, ऐसा लगता है जैसे वो भी सुहाने सफर की मस्ती में झूम रहे, गाने चलते है रेडियो में पुराने, मन करता है ये सफर थम जाए यही कुछ बने ऐसे बहाने, पर यह मौसम तो कुछ ही समय मे थमेगा, लेकिन जो छवि मन मे छपी इस सफर की, वह यादों की किताब में सुंदर पृष्ठ बनेगा.....। *नूतन पू.त्रि.(ओझा)*

उत्साह बड़ा उत्साही

*उत्साह बड़ा उत्साही* उत्साह शब्द भी बड़ा उत्साही है, जिसके दिमाग मे चढ़ जाता है, उसके जीवन मे उतर जाता है, और जब जीवन मे उतर जाता है, तब हर छोटी बात पर भी  फुदक कर बाहर आता है, इसका समाज बहुत बड़ा होता है, यह हर रूप में खड़ा होता है, किसी मे तो छोटी बात पर भी बाहर आ जाता है, तो किसी मे बड़ी बात पर भी आने में शर्माता है, वैसे तो ये बड़ा शरारती है, कभी मनमोहक तो कभी हठी है, पर इसके सारे रूप निराले है, उत्साही लोग ही तो कहलाते दिलवाले है, निरुत्साही भी सबके दिलों पर  मौज कर दे, पर कोई तो उसके दिल मे भी उत्साह भर दे, क्योकि उत्साह शब्द भी  बड़ा उत्साही है, इसको दिल मे उतार लो, फिर जीवन अपने आप मे शाही है....। *नूतन पू.त्रि.(ओझा)*