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26 जनवरी 2024

देश का दिवाना है दिल का बड़ा सा हिस्सा, वो जीवन ही क्या? जिसमे बन ना पाए देशभक्ति का कोई किस्सा, साल में सिर्फ 2 ही दिन देशभक्ति जगाओ ऐसी भी क्या बात है? अपनी ही भारत माँ से प्रेम के लिए बोलना पड़े स्वार्थ की ये सबसे बड़ी मिसाल है.....। गर्व कहो या घमंड कहो ये देशप्रेम हमारा है, सारे जहाँ से अच्छा हमें अपना भारत प्यारा है, इस धरती की मिट्टी हमको स्वर्ण से भी प्यारी है, अद्वितीय है जो जग में वो संस्कृति हमारी है, पूरी दुनिया ना घूमे हमें उसका कोई मलाल नहीं  क्योंकि भारत माँ के चरणों में ही अपनी तो दुनिया सारी है।

श्री राम का आगमन

त्रेतायुग से कलयुग में मेरे श्री राम आएंगे, प्रभु श्री राम साथ में अपने राम राज्य भी लाएंगे, कलयुग के सब रावण कर लो अब युद्ध की तैयारी, यही रात अब अंतिम है  यही रात है भारी, दीप जलाओ अंधेरा मिटाओ पधारेंगे राम खुशियाँ मनाओ गर्व से सीना फुलाओ और  घर घर में भगवा लहराओ, जान लगा दी मिटाने को कितने युग ही बदल गए, सनातन धर्म वो सत्य, सूर्य है जिसका अस्तित्व कोई मिटा ना पाए।