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नरेंद्र मोदी

उम्मीद बंधी है आस है, फिर किया आप पर विश्वास है, देश की उम्मीदों को टूटने ना देना, बिगड़े हालात अब भी बहुत है उन्हें सम्भाल लेना, आलोचनाओं से आप डरते नही ये जानते है हम, पर हर विरोधी में देशभक्ति जाग जाए ऐसे उठाना कदम

पैसा पैसा पैसा

मन करता है दुनिया के सारे पैसो को आग लगा दूँ मन करता है लालच की हर एक दौलत को राख बना दूँ पैसा पैसा पैसा पैसा कितना पैसा कैसा पैसा अपनापन जो खाक बना दे वह पैसा है रद्दी जैसा पैसो के आगे अब ना कोई रिश्तो का कुछ मोल बचा है जिसकी जेब में पैसा हो बस वही सभी के दिल में सजा है इंसानियत का खून कर गया पैसो के कारण देखो तो आज सभी का ज़मीर मर गया पैसो का निर्माण हुआ की जीवन कुछ आसान बने ना की पैसो की लालच में मन्दबुद्धि इंसान बने पैसा पैसा करता है जो पैसो पर पलपल मरता है जो ऐसी सोच के आदि, कायल उनकी यह दुनिया है जो वह दुनिया तो खुनी है कातिल, पापी, हत्यारी है खुशियो का जो खून कर गयी वो दुनिया अत्याचारी है ना चाहिए हमे ऐसा पैसा ना दुनिया ये प्यारी है सुकून भरी बस वही है दुनिया जिसे प्रेम से सँवारी है अब पैसो की बेदर्दी को सहन करे हिम्मत है नही जो समझे प्रेम की भाषा उसी से रखो हमदर्दी क्योकि पैसो के अंधे तुम्हे बर्बाद करके जाएंगे ना जाने ये लालची लोग ईश्वर को मुँह कैसे दिखाएंगे ये लोग ना जाने अब और कितना गिरते जाएंगे

मतदाताओं का आंकड़ा

जनसँख्या की बात करो तो सीमा हद से पार है अधिकारों की बात करो तो हर कोई तैयार है फिर जाने क्यों यही जूनून और जोश कही खो जाता है मतदान करने के समय क्यों मतदाता सो जाता है? वोट ना देने वालों पर जब शोध किया तो यह जाना क्यों जनता ने देश के प्रति कर्तव्य को ना पहचाना? आलस करते, मौज उड़ाते छुट्टी का कुछ लाभ उठाते कुछ क्रोधित तो कुछ उदास की हम तो ना कोई लाभ है पाते अधिकता की जब बात करे तो सबके मन में शोर है वोट किसे दे समझ ना आये सबके सब तो चोर है कुछ का है यह मानना की हिस्सेदार हम ना बने देश, प्रदेश के लिए कैसे चोर, उचक्के हम चुने? प्रत्याशी जो खड़े हुए वो कोई है रावण कोई है कंस देश, प्रदेश से प्रेम नही है उन्हें चलाना अपना वंश सोच भी उनकी गलत नही है पार्टी के यह जिम्मे है क्यों रखते ऐसे प्रत्याशी जो बेईमान और निकम्मे है आंकड़े यदि बढ़ाने है तो प्रत्याशी तो बदलना होगा ६०% तुम्हारी सुनते ४० की तुम्हे भी सुनना होगा आंकड़ा यदि बढ़ भी गया तो वोट जायेगा खोटा क्योकि एक विकल्प और है जिसको कहते नोटा ये विरोध नही सच्चाई है कुछ निराश मतदाताओं की बात बस मैने आप तक पहु