दशहरा 2023

अंत रावण का नही
उसके कुसंस्कारों का है,
दस सर के रूप में
घमंड, अनीति, अधर्म, क्रोध,
लालच, कुचरित्र, दुर्व्यवहार,
भ्रम, स्वार्थ, अत्याचार
जैसे दुर्विचारो का है।
रावण दहन सिर्फ मनोरंजन
का त्यौहार नही
अपितु बहुत बड़ी सीख है,
यहाँ राम की रावण पर ही नही
अच्छाई की बुराई पर जीत है।

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